TOP LATEST FIVE पारद शिवलिंग कहा मिलता है URBAN NEWS

Top latest Five पारद शिवलिंग कहा मिलता है Urban news

Top latest Five पारद शिवलिंग कहा मिलता है Urban news

Blog Article

सावन में भगवान शिव को चढ़ाएं बेलपत्र पर बरतें ये सावधानियां नर्मदेश्वर शिवलिंग को सर्वाधिक शक्तिशाली और पवित्र क्यों माना जाता है ?

ग्रंथों में बताया गया है कि पारद स्वयं सिद्ध धातु होती है। इसका वर्णन चरक संहिता समेत कई पुराणों में मिलता है।

Parad get oxidises right after reacting Along with the atmospheric oxygen. So we must thoroughly clean the Parad Shivalingam. We have to each individual alternate working day clear the Parad shivling with contemporary lemon.

शिवलिंग की यह व्याख्या शैव सम्प्रदाय की प्रमुख परम्परा - शैव सिद्धांत के अनुसार है। शिवलिंग का ऊपरला हिस्सा परशिव और निचला हिस्सा यानी पीठम् पराशक्ति को दर्शाता है। पराशक्ति एवं परशिव भगवान शिव की दो परिपूर्णताएँ हैं।

इसकी स्थापना सोमवार के दिन चंद्र के होरा में करें।

शिव पुराण के अनुसार जो लोग शिवलिंग की पूजा करके महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, उन्हें सुबह के समय और दोपहर से पहले पूजा कर लेनी चाहिए. तभी ये पूजा विशेष रूप से फलदायी होती है. इसके अलावा याद रखें कि घर में जिस जगह पर शिवलिंग हों, उनके पास पूरा शिव परिवार माता गौरी, गणपति और कार्तिकेय जी को भी बैठाएं.

हवन की राख का क्या है धार्मिक महत्व ? क्या है इसके अन्य लाभ

स्पर्शनात्प्राप्यत मुक्तिरिति सत्यं शिवोदितम्।।

Buying a motor vehicle normally suggests negotiating and haggling, which will take several hours of your time and get more info energy. At Invoice Pricing, we choose the trouble away from the car-shopping for practical experience. Employing the most effective systems and methods, we enable you to conveniently discover new vehicle Bill prices in order to see simply how much a dealer has compensated for that particular auto.

क्या शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद खाना चाहिए? – शिवलिंग पर अर्पित किया गया हर प्रसाद चण्डेश्वर का एक भाग है और इस तरह से इस प्रसाद को ग्रहण का अर्थ है भूत प्रेतों के अंश को ग्रहण कर लेना। ध्यान रहे कि केवल पत्थर, मिट्टी और चीनी मिट्टी से बने शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद नहीं खाना चाहिए।

दूसरे परियोजनाओं में विकिमीडिया कॉमन्स

नांदेड पासून परभणी ७० कि.मी. अंतरावर आहे.

अभिषेक मध्ये तुप , पाणी , गंगाजल , मध, (पाच वस्तूने बनविलेले पंचामृत) , वापर करू शकता.

आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.

Report this page